Gleb Mute

Gleb Mute

⛧ ⛧ ⛧ ⛧ ⛧ ⛧

Фотографии профиля (11)

Смотреть все
Gleb Mute фото профиля #1
Gleb Mute фото профиля #2
Gleb Mute фото профиля #3
Gleb Mute фото профиля #4
Gleb Mute фото профиля #5
Gleb Mute фото профиля #6

Фотографии со стены (4)

Gleb Mute фото со стены #1
Gleb Mute фото со стены #2
Gleb Mute фото со стены #3
Gleb Mute фото со стены #4

Основная информация

Идентификатор
270251290
Домен
whocv
Верификация
Нет
Огонёк
Нет
Настройки приватности
Открытый профиль
Последнее посещение
1 день назад (iPhone)
Бан и удаление
Нет
Вконтакте
https://vk.com/whocv

Общая информация

Имя
Gleb
Фамилия
Mute
Отчество
Нет данных или скрыто
Пол
Мужской
Дата рождения
16 сентября
Языки
Русский, English, 汉语, Français, अवधी, アイヌ・イタㇰ, Shqip, አማርኛ, العربية, ܐܪܡܝܐ, Հայերեն, অসমীয়া, ܐܬܘܪܝܐ ܣܘܪܝܝܐ, बागड़ी, बघेली, 保安语, بلوچی, বাংলা, ဗမာစာ, বিষ্ণুপ্রিয়া মণিপুরী, बड़ो, भोजपुरी, ਪੰਜਾਬੀ, भील भाषा, Gã, دکنی, x̌ik zik, वऱ्हाडी, گیلهء‌کی, ქართული
Семейное положение
Нет данных или скрыто
Дедушки и бабушки
Нет данных или скрыто
Родители
Нет данных или скрыто
Братья и сёстры
Нет данных или скрыто
Дети
Нет данных или скрыто
Внуки
Нет данных или скрыто

Контактная информация

Страна
Нет данных или скрыто
Город
Los Angeles
Родной город
who???
Моб. телефон
Нет данных или скрыто
Доп. телефон
+888 0000 0000
Сайт
बन्दर और दो बिल्लियाँ किसी गाँव में एक किसा&a
Skype
88888888888888888888888888888888
Instagram
Нет данных или скрыто
Facebook
Нет данных или скрыто
Twitter
Нет данных или скрыто
LiveJournal
Нет данных или скрыто

Жизненная позиция

Политические предпочтения
Нет данных или скрыто
Мировоззрение
बन्दर और दो बिल्लियाँ किसी गाँव में एक किसा&a
Главное в людях
Власть и богатство
Источники вдохновения
बन्दर और दो बिल्लियाँ किसी गाँव में एक किसान रहता था| उसके घर में दो बिल्लियाँ थीं | एक का नाम था पूसी और दूसरी का नाम था मानो | एक दिन दोनों बाग को जा रही थीं | उनको एक रोटी पड़ी मिली | वे दोनों उसे उठाकर बाग में ले गई | दोनों बिल्लियों ने रोटी के दो टुकड़े कर लिये | दोनों ने एक-एक टुकड़ा ले लिया | पूसी बोली —- मेरा टुकड़ा छोटा है | तेरा टुकड़ा बड़ा है | दोनों बिल्लियाँ आपस में झगड़ने लगीं | इतने में वहाँ एक बन्दर आया | कहने लगा —- बहनो क्या बात है ? क्यों आपस में लड़ रही हो ? जब बन्दर को बात का पता लगा तो उसने कहा —- बहनो मैं बराबर-बराबर रोटी बाँटकर तुम्हारा फ़ैसला कर दूँ | बन्दर एक तराज़ू ले आया | उसने रोटी का एक टुकड़ा एक पलड़े में डाला | दूसरा टुकड़ा दूसरे पलड़े में डाला |
Главное в жизни
Саморазвитие
Отношение к курению
Положительное
Отношение к алкоголю
Положительное

Интересы и увлечения

Деятельность
बन्दर और दो बिल्लियाँ किसी गाँव में एक किसान रहता था| उसके घर में दो बिल्लियाँ थीं | एक का नाम था पूसी और दूसरी का नाम था मानो | एक दिन दोनों बाग को जा रही थीं | उनको एक रोटी पड़ी मिली | वे दोनों उसे उठाकर बाग में ले गई | दोनों बिल्लियों ने रोटी के दो टुकड़े कर लिये | दोनों ने एक-एक टुकड़ा ले लिया | पूसी बोली —- मेरा टुकड़ा छोटा है | तेरा टुकड़ा बड़ा है | दोनों बिल्लियाँ आपस में झगड़ने लगीं | इतने में वहाँ एक बन्दर आया | कहने लगा —- बहनो क्या बात है ? क्यों आपस में लड़ रही हो ? जब बन्दर को बात का पता लगा तो उसने कहा —- बहनो मैं बराबर-बराबर रोटी बाँटकर तुम्हारा फ़ैसला कर दूँ | बन्दर एक तराज़ू ले आया | उसने रोटी का एक टुकड़ा एक पलड़े में डाला | दूसरा टुकड़ा दूसरे पलड़े में डाला |बन्दर और दो बिल्लियाँ किसी गाँव में एक किसान रहता था| उसके घर में दो बिल्लियाँ थीं | एक का नाम था पूसी और दूसरी का नाम था मानो | एक दिन दोनों बाग को जा रही थीं | उनको एक रोटी पड़ी मिली | वे दोनों उसे उठाकर बाग में ले गई | दोनों बिल्लियों ने रोटी के दो टुक&#
Интересы
बन्दर और दो बिल्लियाँ किसी गाँव में एक किसान रहता था| उसके घर में दो बिल्लियाँ थीं | एक का नाम था पूसी और दूसरी का नाम था मानो | एक दिन दोनों बाग को जा रही थीं | उनको एक रोटी पड़ी मिली | वे दोनों उसे उठाकर बाग में ले गई | दोनों बिल्लियों ने रोटी के दो टुकड़े कर लिये | दोनों ने एक-एक टुकड़ा ले लिया | पूसी बोली —- मेरा टुकड़ा छोटा है | तेरा टुकड़ा बड़ा है | दोनों बिल्लियाँ आपस में झगड़ने लगीं | इतने में वहाँ एक बन्दर आया | कहने लगा —- बहनो क्या बात है ? क्यों आपस में लड़ रही हो ? जब बन्दर को बात का पता लगा तो उसने कहा —- बहनो मैं बराबर-बराबर रोटी बाँटकर तुम्हारा फ़ैसला कर दूँ | बन्दर एक तराज़ू ले आया | उसने रोटी का एक टुकड़ा एक पलड़े में डाला | दूसरा टुकड़ा दूसरे पलड़े में डाला |बन्दर और दो बिल्लियाँ किसी गाँव में एक किसान रहता था| उसके घर में दो बिल्लियाँ थीं | एक का नाम था पूसी और दूसरी का नाम था मानो | एक दिन दोनों बाग को जा रही थीं | उनको एक रोटी पड़ी मिली | वे दोनों उसे उठाकर बाग में ले गई | दोनों बिल्लियों ने रोटी के दो टुक&#
Любимые фильмы
बन्दर और दो बिल्लियाँ किसी गाँव में एक किसान रहता था| उसके घर में दो बिल्लियाँ थीं | एक का नाम था पूसी और दूसरी का नाम था मानो | एक दिन दोनों बाग को जा रही थीं | उनको एक रोटी पड़ी मिली | वे दोनों उसे उठाकर बाग में ले गई | दोनों बिल्लियों ने रोटी के दो टुकड़े कर लिये | दोनों ने एक-एक टुकड़ा ले लिया | पूसी बोली —- मेरा टुकड़ा छोटा है | तेरा टुकड़ा बड़ा है | दोनों बिल्लियाँ आपस में झगड़ने लगीं | इतने में वहाँ एक बन्दर आया | कहने लगा —- बहनो क्या बात है ? क्यों आपस में लड़ रही हो ? जब बन्दर को बात का पता लगा तो उसने कहा —- बहनो मैं बराबर-बराबर रोटी बाँटकर तुम्हारा फ़ैसला कर दूँ | बन्दर एक तराज़ू ले आया | उसने रोटी का एक टुकड़ा एक पलड़े में डाला | दूसरा टुकड़ा दूसरे पलड़े में डाला |बन्दर और दो बिल्लियाँ किसी गाँव में एक किसान रहता था| उसके घर में दो बिल्लियाँ थीं | एक का नाम था पूसी और दूसरी का नाम था मानो | एक दिन दोनों बाग को जा रही थीं | उनको एक रोटी पड़ी मिली | वे दोनों उसे उठाकर बाग में ले गई | दोनों बिल्लियों ने रोटी के दो टुक&#
Любимая музыка
बन्दर और दो बिल्लियाँ किसी गाँव में एक किसान रहता था| उसके घर में दो बिल्लियाँ थीं | एक का नाम था पूसी और दूसरी का नाम था मानो | एक दिन दोनों बाग को जा रही थीं | उनको एक रोटी पड़ी मिली | वे दोनों उसे उठाकर बाग में ले गई | दोनों बिल्लियों ने रोटी के दो टुकड़े कर लिये | दोनों ने एक-एक टुकड़ा ले लिया | पूसी बोली —- मेरा टुकड़ा छोटा है | तेरा टुकड़ा बड़ा है | दोनों बिल्लियाँ आपस में झगड़ने लगीं | इतने में वहाँ एक बन्दर आया | कहने लगा —- बहनो क्या बात है ? क्यों आपस में लड़ रही हो ? जब बन्दर को बात का पता लगा तो उसने कहा —- बहनो मैं बराबर-बराबर रोटी बाँटकर तुम्हारा फ़ैसला कर दूँ | बन्दर एक तराज़ू ले आया | उसने रोटी का एक टुकड़ा एक पलड़े में डाला | दूसरा टुकड़ा दूसरे पलड़े में डाला |बन्दर और दो बिल्लियाँ किसी गाँव में एक किसान रहता था| उसके घर में दो बिल्लियाँ थीं | एक का नाम था पूसी और दूसरी का नाम था मानो | एक दिन दोनों बाग को जा रही थीं | उनको एक रोटी पड़ी मिली | वे दोनों उसे उठाकर बाग में ले गई | दोनों बिल्लियों ने रोटी के दो टुक&#
Любимые телешоу
बन्दर और दो बिल्लियाँ किसी गाँव में एक किसान रहता था| उसके घर में दो बिल्लियाँ थीं | एक का नाम था पूसी और दूसरी का नाम था मानो | एक दिन दोनों बाग को जा रही थीं | उनको एक रोटी पड़ी मिली | वे दोनों उसे उठाकर बाग में ले गई | दोनों बिल्लियों ने रोटी के दो टुकड़े कर लिये | दोनों ने एक-एक टुकड़ा ले लिया | पूसी बोली —- मेरा टुकड़ा छोटा है | तेरा टुकड़ा बड़ा है | दोनों बिल्लियाँ आपस में झगड़ने लगीं | इतने में वहाँ एक बन्दर आया | कहने लगा —- बहनो क्या बात है ? क्यों आपस में लड़ रही हो ? जब बन्दर को बात का पता लगा तो उसने कहा —- बहनो मैं बराबर-बराबर रोटी बाँटकर तुम्हारा फ़ैसला कर दूँ | बन्दर एक तराज़ू ले आया | उसने रोटी का एक टुकड़ा एक पलड़े में डाला | दूसरा टुकड़ा दूसरे पलड़े में डाला |बन्दर और दो बिल्लियाँ किसी गाँव में एक किसान रहता था| उसके घर में दो बिल्लियाँ थीं | एक का नाम था पूसी और दूसरी का नाम था मानो | एक दिन दोनों बाग को जा रही थीं | उनको एक रोटी पड़ी मिली | वे दोनों उसे उठाकर बाग में ले गई | दोनों बिल्लियों ने रोटी के दो टुक&#
Любимые книги
बन्दर और दो बिल्लियाँ किसी गाँव में एक किसान रहता था| उसके घर में दो बिल्लियाँ थीं | एक का नाम था पूसी और दूसरी का नाम था मानो | एक दिन दोनों बाग को जा रही थीं | उनको एक रोटी पड़ी मिली | वे दोनों उसे उठाकर बाग में ले गई | दोनों बिल्लियों ने रोटी के दो टुकड़े कर लिये | दोनों ने एक-एक टुकड़ा ले लिया | पूसी बोली —- मेरा टुकड़ा छोटा है | तेरा टुकड़ा बड़ा है | दोनों बिल्लियाँ आपस में झगड़ने लगीं | इतने में वहाँ एक बन्दर आया | कहने लगा —- बहनो क्या बात है ? क्यों आपस में लड़ रही हो ? जब बन्दर को बात का पता लगा तो उसने कहा —- बहनो मैं बराबर-बराबर रोटी बाँटकर तुम्हारा फ़ैसला कर दूँ | बन्दर एक तराज़ू ले आया | उसने रोटी का एक टुकड़ा एक पलड़े में डाला | दूसरा टुकड़ा दूसरे पलड़े में डाला |बन्दर और दो बिल्लियाँ किसी गाँव में एक किसान रहता था| उसके घर में दो बिल्लियाँ थीं | एक का नाम था पूसी और दूसरी का नाम था मानो | एक दिन दोनों बाग को जा रही थीं | उनको एक रोटी पड़ी मिली | वे दोनों उसे उठाकर बाग में ले गई | दोनों बिल्लियों ने रोटी के दो टुक&#
Любимые цитаты
बन्दर और दो बिल्लियाँ किसी गाँव में एक किसान रहता था| उसके घर में दो बिल्लियाँ थीं | एक का नाम था पूसी और दूसरी का नाम था मानो | एक दिन दोनों बाग को जा रही थीं | उनको एक रोटी पड़ी मिली | वे दोनों उसे उठाकर बाग में ले गई | दोनों बिल्लियों ने रोटी के दो टुकड़े कर लिये | दोनों ने एक-एक टुकड़ा ले लिया | पूसी बोली —- मेरा टुकड़ा छोटा है | तेरा टुकड़ा बड़ा है | दोनों बिल्लियाँ आपस में झगड़ने लगीं | इतने में वहाँ एक बन्दर आया | कहने लगा —- बहनो क्या बात है ? क्यों आपस में लड़ रही हो ? जब बन्दर को बात का पता लगा तो उसने कहा —- बहनो मैं बराबर-बराबर रोटी बाँटकर तुम्हारा फ़ैसला कर दूँ | बन्दर एक तराज़ू ले आया | उसने रोटी का एक टुकड़ा एक पलड़े में डाला | दूसरा टुकड़ा दूसरे पलड़े में डाला |बन्दर और दो बिल्लियाँबन्दर और दो बिल्लियाँ किसी गाँव में एक क&#2367
Любимые игры
बन्दर और दो बिल्लियाँ किसी गाँव में एक किसान रहता था| उसके घर में दो बिल्लियाँ थीं | एक का नाम था पूसी और दूसरी का नाम था मानो | एक दिन दोनों बाग को जा रही थीं | उनको एक रोटी पड़ी मिली | वे दोनों उसे उठाकर बाग में ले गई | दोनों बिल्लियों ने रोटी के दो टुकड़े कर लिये | दोनों ने एक-एक टुकड़ा ले लिया | पूसी बोली —- मेरा टुकड़ा छोटा है | तेरा टुकड़ा बड़ा है | दोनों बिल्लियाँ आपस में झगड़ने लगीं | इतने में वहाँ एक बन्दर आया | कहने लगा —- बहनो क्या बात है ? क्यों आपस में लड़ रही हो ? जब बन्दर को बात का पता लगा तो उसने कहा —- बहनो मैं बराबर-बराबर रोटी बाँटकर तुम्हारा फ़ैसला कर दूँ | बन्दर एक तराज़ू ले आया | उसने रोटी का एक बन्दर और दो बिल्लियाँ किसी गाँव में एक किसान रहता था| उसके घर में दो बिल्लियाँ थीं | एक का नाम था पूसी और दूसरी का नाम था मानो | एक दिन दोनों बाग को जा रही थीं | उनको एक रोटी पड़ी मिली | वे दोनों उसे उठाकर बाग में ले गई | दोनों बिल्लियों ने रोटी के दो टुकड़े कर लिये | दोनों ने एक-एक टुकड़ा ले लिया | पूसी बोली —- मेरा टु
О себе
बन्दर और दो बिल्लियाँ किसी गाँव में एक किसान रहता था| उसके घर में दो बिल्लियाँ थीं | एक का नाम था पूसी और दूसरी का नाम था मानो | एक दिन दोनों बाग को जा रही थीं | उनको एक रोटी पड़ी मिली | वे दोनों उसे उठाकर बाग में ले गई | दोनों बिल्लियों ने रोटी के दो टुकड़े कर लिये | दोनों ने एक-एक टुकड़ा ले लिया | पूसी बोली —- मेरा टुकड़ा छोटा है | तेरा टुकड़ा बड़ा है | दोनों बिल्लियाँ आपस में झगड़ने लगीं | इतने में वहाँ एक बन्दर आया | कहने लगा —- बहनो क्या बात है ? क्यों आपस में लड़ रही हो ? जब बन्दर को बात का पता लगा तो उसने कहा —- बहनो मैं बराबर-बराबर रोटी बाँटकर तुम्हारा फ़ैसला कर दूँ | बन्दर एक तराज़ू ले आया | उसने रोटी का एक टुकड़ा एक पलड़े में डाला | दूसरा टुकड़ा दूसरे पलड़े में डाला |बन्दर और दो बिल्लियाँबन्दर और दो बिल्लियाँ किसी गाँव में एक क&#2367

Оразование и карьера

Школа
Наименование 66th Street Elementary School
Начало обучения 1935 г.
Окончание обучения 1940 г.
Специализация बन्दर और दो बिल्लियाँ किसी गाँव में एक किसा&#
Работа
Организация बन्दर और दो बिल्लियाँ किसी गाँव में एक किसा&a
Должность बन्दर और दो बिल्लियाँ किसी गाँव में एक किसा&a
Вуз
Нет данных или скрыто
Служба в армии
Военная часть बन्दर और द&#2379
Начало службы 1940
Окончание службы 1940

Подписки (654)

Смотреть все

Подписчики (162)

Смотреть все